Tuesday, January 19, 2016

२७। गज़ल (मेरे हमसफ़र )









3 comments:

  1. काफी कुछ लिखा है श्री मान जी। अच्छी कविता है। मैं इस क्षेत्र में नया ही हूं।
    http://manishpratapmpsy.blogspot.com पर मेरी कविता भी देखें।

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  2. काफी कुछ लिखा है श्री मान जी। अच्छी कविता है। मैं इस क्षेत्र में नया ही हूं।
    http://manishpratapmpsy.blogspot.com पर मेरी कविता भी देखें।

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  3. जानदार ग़ज़ल है मदन जी ...

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