चित्र भी शब्द भी (मदन की गज़लें )
Tuesday, October 20, 2015
२६. ग़ज़ल (मेरे मालिक मेरे मौला)
२६. ग़ज़ल (मेरे मालिक मेरे मौला)
1 comment:
दिगम्बर नासवा
February 5, 2016 at 2:01 AM
भाव पूर्ण ... कुछ कहते हुए शेर ...
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
भाव पूर्ण ... कुछ कहते हुए शेर ...
ReplyDelete